*ठंड क्या है......
क्या है ठंड ?
हमारे आत्मबल से ठंड का बल ज्यादा है....... ये सोचना है ठंड !
ठंड से भयभीत होकर...... बिस्तर में सोते रहना है ठंड !
जिस नीच ने मेरे शरीर को सुस्त किया........
उससे डरकर, हाथ पैर धोकर, बिना नहाये, बाथरूम से पीठ दिखाकर भागना है ठंड!
उससे डरकर, हाथ पैर धोकर, बिना नहाये, बाथरूम से पीठ दिखाकर भागना है ठंड!
उस ठंड को मारने जा रहा हूँ मैं !.....
उसकी छाती चीरकर...... साबुन से नहाने जा रहा हूँ मैं....
जय~~~ माहिष्मती~~~ !!!
*बाहुबली 3*
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